Saturday, September 30, 2006

देवी-परिक्रमा






है न अदभुत !!!!! बंगाल मे जन्म लेने का सौभाग्य मिला है मुझे !!! इन्हीं देवी दुर्गा के कारण !!! दुर्गा पूजा के दौरान बंगाल ऎसे दमक उठता है जैसे स्वर्ग यही है । सड़क पर देवी दर्शन को जाते सजे-धजे लोग ऎसे लगते हैं मानो देवता एक बार फिर राक्षस-वध हेतु देवी को मनाने निकले हों । बचपन से मैं दुर्गा पूजा देखती आ रही हूँ, सोचा जिस देवीत्व से मैं लाभान्वित होती रही हूँ, क्यों न आपको भी उस के दर्शन कराऊँ, कैसा लगा, अपने विचार लिखियेगा ।

3 comments:

प्रेमलता पांडे said...

अति-सुंदर!!!

hemanshow said...

एक बार फिर आपने भारतीय संस्कृति की सजीव तस्वीरें दिखायी हैं।
त्यौहारों पर महसूस होता है कि भारतीय सभ्यता अपने अन्दर कितनी सुन्दर विधायें लिये है।
जारी रखें गीतञ्जली बहन!

Reetesh Gupta said...

बंगाल की संस्कृति से उपजि है दुर्गा पुजा ।

कोलकता दुर्गा पूजा की परिकृमा कराने का बहुत शुक्रिया एवं बधाई !!!

रीतेश गुप्ता